श्रुति संगीतालय द्वारा आयोजित हरिनाम संकीर्तन को एक वर्ष हुआ पूर्ण

विदित हो कि विगत वर्ष से प्रत्येक पाक्षिक एकादशी को श्रुति संगीतालय द्वारा श्री राधा कृष्ण मंदिर संजय चौक गौरेला में श्री हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया जा रहा है जिसके सफलता पूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर श्रुतिसंगीतालय द्वारा इस्कॉन बिलासपुर प्रचार केंद्र से श्रीमान जुगल किशोर प्रभु जी को आमंत्रित किया गया। श्री जीव गोस्वामी प्रभु जी की मृदंग की थाप एवं सुलोचनानंद प्रभु जी मंजीरा से मंत्रमुग्ध करने वाले मधुर कंठ से श्री कृष्ण महामंत्र संकीर्तन करते भक्त गण भक्ति के आनंद में झूम उठे।मंदिर मंडप हरिबोल के उच्च स्वर से गूंज उठा। करतल ध्वनि से भक्तों ने संकीर्तन का आनंद लिया। मुख्य वक्ता श्रीमान् जुगल किशोर प्रभु जी ने भगवान कृष्ण के ऐश्वर्य का बखान करते हुए उनकी बाल लीलाओं का मंत्र मुग्ध वर्णन किया। कीर्तन एवं हरिकथा उपरांत उपस्थित भक्त गणों को नाम जप की महिमा बताते हुए प्रभु जी ने कहा कि ‘कलजुग केवल नाम अधारा’ । नाम जप ही से ही कलयुग में मानव कल्याण संभव है समस्त विश्व को श्री भगवान की भक्ति मिले यही इस्कॉन (अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ) का उद्देश्य है। नाम जप का महत्व बताते हुए नवीन भक्तों को माला अभ्यास भी कराया गया। आरती उपरांत सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद सेवा सहयोग माताजी श्वेता गुप्ता मीनाक्षी केशरवानी ममता तिवारी पूनम बड़गईंयां आदि की ओर से रहा । संकीर्तन में भक्तगण,पालक एवं बालवृंद की भी संतोषजनक उपस्थिति रही। श्रुतिसंगीतालय ने कामना की कि हरिनाम संकीर्तन अनवरत चलता रहे।