
विभागीय गठरी में समाहित हो जाते है शिकायत पत्र _ 2 सप्ताह पहले हुआ था मरवाही SDM में शिकायत अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं…..?
गौरेला पेंड्रा मरवाही : सार्वजनिक वितरण प्रणाली में देश विदेश में अपना अलग मकाम बना लिए छत्तीसगढ़ राज्य, सुशासन की शासन में घपला, आखिर क्यों..? अब भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बड़ी धांधली सामने आ रही है साय सरकार की सोच से आगे निकले दुर्गावती महिला स्वासहायता समूह राशन दुकान संचालक गौरेला पेंडा मरवाही जिले के मरवाही विकासखंड में ग्राम पंचायत करहनी में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत गरीबों को निःशुल्क मिलने वाले राशन में राशन दुकान संचालक डल रहें डांका
क्या है ग्रामीणों का आरोप : ग्राम पंचायत करहनी दूरस्थ आदिवासी वनांचल ग्रामीणों क्षेत्र के लोगों ने आरोप लगाया है कि राशन दु्कान संचालक ने उनके साथ लगातार कई वर्षों से बड़ी हेराफेरी की है। दुकान संचालक ने राशन कार्ड में ज्यादा वजन के चावल का वितरण बताते हुए भौतिक रूप से तैल वितरण गड़बड़ी किया जाता है। सही समय पर राशन दुकान को भी नहीं खोलती है और साथ में मितानिन की भी पोस्ट को रखी है जिसे आप खुद अंदाजा लगा सकते है की एक महिला कैसे एक समय में दो काम को संभाल सकती है जिसे क्षेत्र के ग्रामीण बहुत प्रताड़ित है। और 28-03-2025 को ग्रामीण बाड़ी अस लगा कर एक जिम्मेदार मरवाही एसडीएम को लिखित शिकायत दिए थे पर आज दिनांक तक कार्यवाही की कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखा और ग्रामीणों ने ये भी कहे की जो पैसा बचता है उसे भी गबन कर देती है। परेशान ग्रामीण सरकारी दफ़्तर में शिकायत कर कर के थक चुके है,अभी तक कोई राहत नहीं मिला अब अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी में है…? जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगा।
राशन दुकान संचालक पर गंभीर आरोप : इस तरह एक या दो उपभोक्ताओं के साथ ही नहीं किया गया बल्कि राशन लेने पहुंचे ज्यादातर उपभोक्ताओं के राशन में दुकान संचालक ने डाका डाल दिया, ग्रामीण उपभोक्ताओं का कहना है कि लगातार उनसे ठगी हो रही है और तो और निःशुल्क वितरण के लिए आए चावल में भी अब दुकान संचालक ने गबन की है जिसकी जांच होनी चाहिए।
खबरों का राजा न्यूज़ को दी सूचना : अपने साथ हो रही ठगी की जानकारी उपभोक्ताओं ने हमें दी और हमारे मौके पर पहुंचने की खबर सुनते ही दुकान संचालक गायब हो गयी हमारे द्वारा फ़ोन के माध्यम से जानकारी लेना चाहे पर फ़ोन से संपर्क नहीं हो पाया. मौक पर पहुंचकर हमने जब पूरे मामले की पड़ताल की तो ग्रामीणों का आरोप सही नजर आया. जिस पर हमने राशन दुकान संचालक से बात करने की कोशिश की तो राशन दुकान संचालक ने फ़ोन कॉल नहीं उठायी. पूरे मामले की जानकारी होने के बाद अब जिला खाद्यअधिकारी पूरे मामले मे विधिवत जांच के बाद क्या कार्यवाही करते है देखने वाली बात होंगी।
सरकारी वितरण प्रणाली पर उठे सवाल : सार्वजनिक वितरण प्रणाली के नाम पर ग्रामीणों को दिए जाने वाले निःशुल्क राशन में दुकान संचालक लगातार गफलत करते आ रहे हैं. वही इस सिस्टम पर मॉनिटरिंग करने के लिए नियुक्त अधिकारी भी दूर ग्रमीण इलाकों में संचालित राशन दुकानों का दौरा नहीं करते. जिससे राशन दुकान संचालकों के हौसले बुलंद हैं. ग्रामीणों के साथ ठगी हो रही है. देखना ये होगा कि पूरा मामला सामने आने के बाद विभाग किस तरह कार्यवाही करते हुए एक नजीर पेश करता है ताकि अगे ग्रामीणों के साथ इस तरह की गड़बड़ झोला ना हो सके।