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संघ के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्ताव का हुआ वाचन समरस और संगठित हिन्दू समाज से देश के साथ ही विश्व भी होगा समृद्ध : विजय देवांगन

संघ के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्ताव का हुआ वाचन
समरस और संगठित हिन्दू समाज से देश के साथ ही विश्व भी होगा समृद्ध : विजय देवांगन

पेण्ड्रा : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतिवर्ष अपनी प्रतिनिधि सभा की बैठक आहूत करता है। इसी तारतम्य में इस वर्ष की बैठक कर्नाटक में आयोजित की गयी। इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लगभग 1400 चौदह सौ स्वयंसेवी दायित्ववान कार्यकर्ता एकत्रित हुए। इन सभी के द्वारा विचार, विमर्श एवं चिंतन करते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आवश्यक बिंदुओं पर चर्चा कर तीन प्रस्ताव पारित किये गये। इन पारित प्रस्तावों के वाचन के साथ जागरण तथा विषय संप्रेषण हेतु देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इसके अंतर्गत पेण्ड्रा जिला में भी सांस्कृतिक भवन गौरेला में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्र संपर्क प्रमुख विजय देवांगन जी रहे। कार्यक्रम में सामूहिक गीत के पश्चात् मुख्य वक्ता विजय देवांगन जी, जिला संघ चालक तीरथ बड़गैया जी, जिला कार्यवाह भागवत सिंह| जी द्वारा भारत माता, डॉ हेडगेवार तथा श्रीगुरुजी के तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात् कार्यक्रम संचालन कर रहे सह जिला कार्यवाह भूपेन्द्र सिंह द्वारा मंचस्थ अतिथियों का परिचय कराया गया। इसके पश्चात् जिला प्रचार प्रमुख आशुतोष दुबे द्वारा अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पारित तीन प्रस्तावों का वाचन किया गया। इसके पश्चात् पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्र संपर्क प्रमुख विजय देवांगन जी द्वारा उक्त प्रस्तावों पर सभा को संबोधित किया गया। मुख्य वक्ता विजय देवांगन जी ने प्रस्तावों पर चर्चा करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिन्दु परिवारों तथा अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ स्वर बुलंद करने तथा उस विषय पर जागरुक रहने की बात कही। उन्होंने बताया कि जिस बांग्लादेश के अस्तित्व की रक्षा कर भारत ने पाकिस्तान से बांग्लादेश को मकई कराया उसी बांग्लादेश में हिन्दु परिवारों पर हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसका कारण हिन्दु समाज में जागरण एवं एकता की कमी को बताते हुए सभी हिन्दुओं के एक होने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज अवसर है कि समाज में जातिवाद, भेदभाव, ऊँचनीच का खंडन कर समरसता का भाव जागृत करने की आवश्यकता है। जाति में बँटे हिन्दु समाज को एक रूप समरस भाव के साथ एक दूसरे के साथ सम्यक जीवन शैली को अपनाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने जिले के दिवंगत वरिष्ठ स्वयंसेवक दिनेश ताम्रकार जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका स्मरण कर उन्हें श्रेष्ठ स्वयंसेवक बताया। उन्होंने संघ के प्रतिनिधि सभा में पारित तीनों प्रस्तावों पर अपनी बात रखी। इस अवसर पर संघ के समस्त दायित्ववान कार्यकर्ता, स्वयंसेवक, समाजसेवी, संत समाज, जन प्रतिनिधि सहित विश्व हिन्दू परिषद्, मातृ शक्ति, राष्ट्रसेविका समिति, दुर्गा वाहिनी आदि विविध संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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