जीपीएम : पापा ने किया कब्ज़ा, पुत्र ने दिखाया डिप्टी सीएम की रौब क्या.? यही है BJP “कार्यकर्ताओ” की रणनीति।

जीपीएम/गौरेला : भू माफिया शब्द ही इस जिले के लिए गर्व की बात है माफियाओ की बढ़ती आतंग के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही न होने से राजनीती पार्टी के नाम पर रौब दिखाते है। जिले में काफी उग्र है शहरी क्षेत्र तो काफ़ी छोटी बात है लेकिन ग्रामीण को भी अपनी दबंगई से त्रस्त कर रहे हैं। पूरा मामला ग्राम पंचायत कोरजा का है जहाँ शासन के पूर्व कर्मचारी उतरे शासन के विरोध पर, साथ ही उनके पुत्र जोकि खुद को बीजेपी कार्यकर्ता हूँ और डिप्टी सीएम को अपने करीबी भी कहते हैं। जिसका उदाहरण साफ देखने को मिल रहा है।दरासल रामप्रसाद सेवा सदन द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को आवेदन के माध्यम से लिखित शिकायत किया गया था। शिकायत अनुसार ग्राम पंचायत कोरजा के उपसरपंच अभय वर्मा एवं उनके पिता अशोक कुमार वर्मा (पूर्व प्रधान पाठक) द्वारा अमजनताओं को निस्तारि के लिए रास्ता दिया गया था जिस पर कब्जा कर लिया गया है। जोकि यह रास्ता ग्राम वासियों को गाँव की गौशाला जाने के लिए रास्ता दिया गया था।उक्त मामले की जांच तहसीलदार पेंड्रा रोड द्वारा कराई गई थी, जिस पर अशोक कुमार वर्मा को नोटिस के माध्यम से तार हटाने की चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन जानकारी एवं ग्राम वासियों के मुताबिक उपसरपंच अभय वर्मा द्वारा डिप्टी सीएम के नाम की धौंस देखते हुए उक्त मामले को दबा दिया जाता है, जिससे ग्राम वासी काफी डरे हुए हैं, इस प्रकार तो प्रदेश की बीजेपी सरकार की छवि को धूमिल किया जा रहा है देखना दिलचस्प होगा कि राजस्व विभाग द्वारा इस जनहित मामले पर क्या कार्यवाही की जाती है