शिविर में अनुपस्थित पटवारी को नोटिस, आयुष्मान कार्ड बनाने घर-घर जाने के निर्देश

सुशासन तिहार 2025 : राजस्व पखवाड़ा और किसान पंजीयन का सीईओ ने किया फील्ड निरीक्षण
शिविर में अनुपस्थित पटवारी को नोटिस, आयुष्मान कार्ड बनाने घर-घर जाने के निर्देश
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही,मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप शासन के प्रत्येक स्तर पर पारदर्शिता, जवाबदेही और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रदेशभर में “सुशासन तिहार 2025” का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। इसी क्रम में 11 अप्रैल तक जिला, जनपद, ग्राम पंचायत, नगरपालिका एवं नगर पंचायत स्तर पर आमजन से आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। इसी अभियान के अंतर्गत जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य ने आज ग्राम पंचायत पतरकोनी, तरईगांव, पकरिया एवं देवरगांव का दौरा कर सुशासन तिहार व राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत चल रही गतिविधियों का फील्ड स्तर पर जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि ग्राम पंचायत पतरकोनी और तरईगांव में आयोजित राजस्व शिविर में संबंधित पटवारी अनुपस्थित रहे। इस लापरवाही पर सीईओ श्री वैद्य ने नाराजगी जाहिर करते हुए तहसीलदार पेण्ड्रा को उक्त पटवारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसी तरह, ग्राम पंचायत पकरिया में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित आयुष्मान कार्ड शिविर में दोपहर 2 बजे तक केवल दो कार्ड बन पाए थे, जिससे असंतुष्ट होकर सीईओ ने स्वास्थ्य अमले को घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए।
जिला सीईओ द्वारा गांव में पेयजल समस्या की गंभीरता को देखते हुए जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री को तत्काल मौके पर पहुंचकर समाधान सुनिश्चित करने को कहा गया। वहीं, जिन हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हो चुके हैं, उन्हें तुरंत निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए। साथ ही पात्र हितग्राहियों को अभी तक आवास नहीं मिल पाया है, उनका सर्वे कर सूची में नाम जोड़ने के लिए रोजगार सहायक और आवास मित्र को आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। इस दौरान बताया कि जनसामान्य द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, भूमि बंटवारा, पेंशन, वनाधिकार पट्टा, महतारी वंदन योजना, पेयजल समस्या, कूप निर्माण और स्ट्रीट लाइट की मांग से संबंधित आवेदन बड़ी संख्या में प्राप्त हो रहे हैं। साथ ही राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत फौती नामांतरण, वाचन जैसे कार्यों का निष्पादन भी जारी है।