BEO की लापरवाही उजागर: तीन शिक्षिकाओं को गलत घोषित किया अतिशेष, 9 जून तक मांगा जवाब

BEO की लापरवाही उजागर: तीन शिक्षिकाओं को गलत घोषित किया अतिशेष, 9 जून तक मांगा जवाब
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर।
शिक्षा विभाग में चल रहे युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में लापरवाही बरतने पर एक बार फिर विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। मनेंद्रगढ़ के BEO को तीन शिक्षिकाओं को गलत तरीके से अतिशेष घोषित करने के मामले में कलेक्टर द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्हें 9 जून को दोपहर 12 बजे तक व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर जवाब देने को कहा गया है। जवाब नहीं मिलने की स्थिति में एकपक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
गलत चिन्हांकन से खुली लापरवाही की पोल
जिला स्तरीय समिति द्वारा युक्तियुक्तकरण संबंधी अभ्यावेदनों की जांच में कई गड़बड़ियां सामने आईं। जांच में सामने आया कि माध्यमिक शाला साल्ही में पदस्थ दुर्गा त्रिपाठी, माध्यमिक शाला लेदरी की गुंजन शर्मा और प्राथमिक शाला चिमटीमार की संध्या देवी को गलत तरीके से अतिशेष घोषित कर दिया गया था। इस त्रुटिपूर्ण प्रक्रिया ने बीईओ की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
BEO पर लगातार टूट रही गाज
यह पहला मामला नहीं है जब किसी BEO की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगे हों। युक्तियुक्तकरण की पूरी प्रक्रिया अब तक कई BEO की नौकरी पर भारी पड़ चुकी है। मनेंद्रगढ़ के इस मामले ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रशासन अब किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।
जिम्मेदारी तय होगी, कार्रवाई तय मानी जा रही
सूत्रों की मानें तो यदि बीईओ द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा सकता है। साथ ही संबंधित शिक्षिकाओं के मामले की पुनः समीक्षा की जाएगी।
प्रशासन सख्त, लापरवाह अधिकारियों पर नजर
कलेक्टर ने स्पष्ट संदेश दिया है कि शिक्षकों के समायोजन में पारदर्शिता और नियमों का पालन अनिवार्य है। युक्तियुक्तकरण को लेकर शासन की मंशा स्पष्ट है और इसमें कोई भी गड़बड़ी अब अधिकारियों की कुर्सी छीन सकती है।