एक बार फिर क्षेत्र में बघिन की दस्तक, खोडरी प्रभारी रेंजर ऐक्टिव, पेंड्रा रेंजर रहे नदारत

एक बार फिर क्षेत्र में बघिन की दस्तक, खोडरी प्रभारी रेंजर ऐक्टिव, पेंड्रा रेंजर रहे नदारत
पेंड्रा:- पेण्ड्रा रेंज अंतर्गत रामगढ़ क्षेत्र में बघिन की दतस्क , दहशत में ग्रामीण लगातार,खोडरी रेंजर एक्टिव देखने लो मिल रहा है, लेकिन पेंड्रा रेंजर नदारत क्यूं….?,।
विभाग के कई कर्मचारियों ने ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए डटे हुए हैं।
क्षेत्र में बघिन का दस्तक:-
जंगलों की कटाई और शहरीकरण के कारण बाघ का प्राकृतिक आवास घुसने का प्रयास रहे हैं, जिससे वे मानव बस्तियों के करीब आ जाते हैं।
शिकार की कमी: जंगलों में शिकार की कमी होने पर बाघ भोजन की तलाश में बाहर निकलते हैं और रिहहशी इलाके के तरफ रुख करते हैं
प्राकृतिक भ्रमण: बाघों का क्षेत्राधिकार बड़ा होता है, और वे अक्सर नई जगहों की खोज करते हैं।
प्रभाव:
मानव-वन्यजीव संघर्ष: यह स्थिति ग्रामीणों के लिए खतरा पैदा करती है, क्योंकि बाघ मवेशियों या मनुष्यों पर हमला कर सकता है।
वन्यजीव संरक्षण: ऐसे मामलों में बाघ को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के प्रयास होते हैं, जिससे उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
विभाग के द्वारा जागरूकता अभियान: ग्रामीणों को सतर्क रहने और को सूचित करने के लिए प्रेरित करना।
एक ऐसी स्थिति को दर्शाता है जहां किसी बाकी की उपस्थिति किसी गांव कस्बे या मानव बस्ती के पास देखी जाती है, मानव वन्य जीव संघर्ष या जंगलों के करीब रहने वाले लोगों से जुडी हुई हैं