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ग्राम पंचायत जलके में गरीबों का राशन डकार गए सचिव-सरपंच सुशासन तिहार में हुई शिकायत, हितग्राहियों में आक्रोश

ग्राम पंचायत जलके में गरीबों का राशन डकार गए सचिव-सरपंच

सुशासन तिहार में हुई शिकायत, हितग्राहियों में आक्रोश

कोरबा,कोरबी-चोटिया:- लगातार सुशासन की सरकार में शिकायत का दौर जारी लेकिन, कार्यवाही शुन्य क्यूं ..? जिले के दूरस्थ वनांचल ग्राम एवं पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत जलके सबसे बड़ी दर्ज संख्या एवं 20 वार्ड में समाहित है। पिछले वर्ष 2024 में हितग्राहियों को 3 माह का खाद्यान्न अप्राप्त है तथा 2025 के माह अप्रैल में आज तक खाद्यान्न वितरण नहीं हुआ है। सरकार द्वारा मिलने वाली गरीबों का राशन को पुर्व सरपंच एवं सचिव मिलकर डकार गए।

इस संबंध में सरकार द्वारा चलाई गई सुशासन तिहार में दिनांक 9 अप्रैल से 11 तक आयोजित जलके शिविर में महिलाएं एवं पुरुषों ने लगभग 3 माह का चावल ,शक्कर,चना एवं नमक अप्राप्त की शिकायत दर्ज कराई है।
हितग्राहीयो ने हमारे संवाददाता को बताया कि पूर्व् सरपंच एवं सचिव की मनमानी से पंचायत की व्यवस्था पुरी तरह बिगड़ चुकी थी।पंचायत के नवनिर्वाचित उप सरपंच राजेंद्र सिंह ने बताया कि गरीबों को शासन द्वारा मिलने वाला राशन नियमित रूप से नहीं मिल रहा है। और पंचायत सचिव जितेंद्र सिंह की मनमानी से पंचायत भवन में ग्राम सभा का बैठक भी नहीं कराया जा रहा था। इतना नहीं सचिव मुख्यालय में ना रह कर पसान में भी पंचायत सचिव का कार्यभार संभाल रहे हैं और होटल (ढाबा) का संचालन करते हैं जिससे ग्राम के भोले-भाले ग्रामीण दर-दर भटकने को विवश होते है। इस संबंध में सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र राज बताया कि पंचायत में कुल राशन कार्ड की संख्या लगभग 785 है और मार्च 2025 में कम राशन मात्र 58 क्विंटल शेष चांवल को किसी अन्य पंचायत के विक्रेता द्वारा वितरण कराया गया है। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि सचिव जितेंद्र सिंह सांठगांठ से विक्रेता धरमलाल ने मार्च का खाद्यान्न आवंटन 265 क्विंटल को फरवरी में वितरण कर दिया गया है, और पुरे राशन कार्ड हितग्राहियों का फिंगर पहले लगवा लिया गया, जिससे साफ सिद्ध होता है कि गरीबों का राशन की अफरा-तफरी कर हितग्राहियों को कम राशन बांटा जा रहा है। पिछले एक माह से अधिक हो गया सचिवों की हड़ताल चल रही है, पुर्व सचिव के द्वारा पंचायत राशि का लेखा-जोखा एवं वर्तमान निर्वाचित सरपंच फुलेश्वरी राज को प्रभार भी नहीं दिलाया गया है।

ग्राम की महिला एवं हितग्राही रेखा देवी धुर्वे ने बताया कि मेरा परिवार की संख्या ज्यादा है और मुझे 3 महिने का राशन नहीं मिलने से परिवार की व्यवस्था चरमरा गई है। रोजी मजदूरी कर अपने परिवार को वह पाल रही है। रामेश्वरी मरावी ने बताया कि उन्हें नियमित रूप से राशन नहीं मिलने से समस्या उत्पन्न हो गई है, परिवार चलाना मुश्किल सा हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत के द्वारा अधिकृत विक्रेता धरमलाल, के द्वारा यह कहा गया कि पहले फिंगर लगवा लो तभी खाद्यान्न मिलेगा, उसके झांसे में आकर भोले-भाले जनता ने फिंगर लगा दिये और आज़ दिनांक तक उन्हें राशन नहीं मिला है। रामेश्वरी मरावी ने अप्राप्त चावल सहित शेष खाद्यान्न को अतिशीघ्र वितरण करने की मांग की है।
ग्राम के युवा शिक्षित शिव कुमार उदय, ने इस मामले में कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया है। ग्राम पंचायत जलके के शिव कुमार उदय ने बताया कि पिछले पांच वर्षों से उक्त पंचायत भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया था और सरपंच, सचिव ने मिलकर शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत विकास कार्यों को पलिता लगाया है। सिर्फ इनके मनमानी से पंचायत का पुरे पांच साल में राशि की बंदरबांट किया गया है। सुशासन तिहार में ग्राम की जनता ने अपनी समस्याओं को शिविर में आवेदन एवं शिकायत की पेटी में डालकर दर्ज कराया हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत में हुये गड़बड़झाले की जांच के लिए लिखित में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जायेगा।
सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र राज,ने कहा सभी मामलों की जांच करायेंगे।
ग्राम पंचायत जलके की नवनिर्वाचित सरपंच  फुलेश्वरी राज के पति नरेंद्र राज ने कहा कि पंचायत में किए गए भर्राशाही एवं अनैतिक कार्यों का जांच की मांग कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही करने के लिए कलेक्टर जनदर्शन में जनता जाएगी

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