फर्जी सिम से बचाव को लेकर गौरेला पेंड्रा मरवाही पुलिस की फेसबुक लाइव पहल

फर्जी सिम से बचाव को लेकर GPM पुलिस की फेसबुक लाइव पहल
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) पुलिस ने साइबर अपराधों से बचाव के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए फेसबुक लाइव सत्र का आयोजन किया, जिसमें पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने नागरिकों को फर्जी सिम जनरेटिंग से जुड़े खतरों और बचाव के उपायों की जानकारी दी।
एसपी ने बताया कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड सक्रिय हैं, इसकी जानकारी रखना और अनधिकृत सिम कार्डों को बंद कराना बेहद जरूरी है ताकि संभावित धोखाधड़ी से बचा जा सके। इसके लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने ‘संचार साथी’ पोर्टल पर ‘Telecom Analytics for Fraud Management and Consumer Protection (TAFCOP)’ सुविधा उपलब्ध कराई है। उन्होंने पोर्टल पर जाकर सिम जांचने और अनधिकृत सिम को रिपोर्ट करने की पूरी प्रक्रिया विस्तार से समझाई।
लाइव सत्र में एसपी भावना गुप्ता ने फर्जी सिम कार्डों के विभिन्न अपराधों में इस्तेमाल और उन्हें जनरेट करने के तरीकों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कई बार ग्राहक की जानकारी के बिना उसकी आईडी से फर्जी सिम कार्ड जारी किए जाते हैं, जो आगे चलकर साइबर अपराध, धोखाधड़ी या अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल हो सकते हैं।
इस सत्र में एक सिम कार्ड डिस्ट्रीब्यूटर प्रशांत रावत को भी लाइव जोड़ा गया। उन्होंने ऑपरेटर्स द्वारा फर्जी सिम जनरेट करने के तरीकों, पहचान के संकेतों और सिम खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातों पर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल और डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा ने भी इस लाइव सत्र में भाग लिया और साइबर अपराधों से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। GPM पुलिस ने इस पहल के माध्यम से नागरिकों को जागरूक करने और साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने का संदेश दिया।