आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति रद्द, भर्ती प्रक्रिया में हुई थी गड़बड़ी,जिले में मचा हड़कंप

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति रद्द, भर्ती प्रक्रिया में हुई थी गड़बड़ी,जिले में मचा हड़कंप
कोरबा:छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया हैं। जिसके बाद कलेक्टर अजीत वसंत ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया हैं। दरअसल, जांच में शिकायत सही पाए जाने पर कलेक्टर अजीत वसंत ने गलत ढंग से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर भर्ती महिला अभ्यर्थी की नियुक्ति का निरस्त कर दिया हैं। वहीं, कलेक्टर के इस एक्शन के बाद जहां हड़कंप मचा हुआ हैं। इधर, महिला एवं बाल विकास विभाग में भर्ती प्रक्रिया में मनमानी करने वाले जवाबदार अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं।
जानकारी के मुताबिक,बताते चलें
पूरा मामला
ग्राम बुढ़ियापाली तहसील बरपाली के आंगनबाड़ी केंद्र का हैं। आंगनबाड़ी केंद्र बुढ़ियापाली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर भर्ती हुई प्रिया कंवर की नियुक्ति में गड़बड़ी की शिकायत आशा आदिले ने की थी। आशा आदिले ने भर्ती प्रक्रिया में शासकीय कर्मचारियों से सांठ-गांठ करने और लिपिक द्वारा त्रुटिपूर्ण अंक की गणना कर कैंडिडेट्स को लाभ पहुंचाने का गंभीर आरोप लगाया गया था। इस पूरे प्रकरण में कलेक्टर अजीत वसंने ने जांच के आदेश देते हुए परियोजना बरपाली से जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे। जांच के बाद पाया गया कि, अनावेदिका प्रिया कंवर को लापरवाही पूर्वक अधिक अंक देकर संलग्न प्रमाण पत्रों का सही ढंग से परीक्षण नहीं किया गया था। उन्हें ज्यादा नंबर देकर भर्ती में प्रथम वरीयता क्रम में रखा गया और शिकायतकर्ता आशा आदिले का अंक अधिक होने के बावजूद भी द्वितीय वरीयता क्रम में रखा गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नियुक्ति संबंधी जारी पत्र अनुसार, अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग द्वारा संचालित कन्या आश्रम में आठवीं तक अध्ययन करने में तीन अंक प्रदाय किया जाना निर्धारित हैं। इसके बावजूद अनावेदिका प्रिया कंवर को कन्या शाला में अध्ययन का 06 अंक प्रदान किया जाना पाया गया। इसी तरह प्रिया कंवर की शैक्षणिक सहित अन्य योग्यताओं का प्राप्त अंक 57.64 अंक था। जबकि, शिकायतकर्ता आशा आदिले का कुल प्राप्त अंक 59.32 होना पाया गया हैं।